BED Course Change: बीएड की जगह शुरू हुआ नया कोर्स, कोर्स करने के लिए योग्यता 12वी पास हैं।
यदि आप टीचर बनना चाहते है और यदि आप 12वीं पास करने के बाद b.ed करने के बारे में सोच रहे है तो आपके लिए यह खबर बहुत ही जरूरी खबर है। सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति ने b.ed कोर्स करने वालों उम्मीदवारों को बड़ा झटका दिया है। बीएड कोर्स वर्तमान में अध्यापक बनने के लिए अनिवार्य है लेकिन वर्तमान में सरक द्वारा नेशनल काउंसलिंग फॉर टीचर एजुकेशन नया कोर्स लाया जा रहा है जो नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बनाया गया है।
अब आप बीएड के स्थान पर यह कोर्स करने पर टीचर बन सकते हैं तथा सरकार द्वारा इस नए कोर्स का नाम आईटीईपी रखा गया है और इस साल यानि कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 में यह कोर्स 41 विश्वविद्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया है तथा इसमें 4 वर्षीय बीएड प्रोग्राम शुरू किया गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी संस्था इस नेशनल काउंसलिंग फॉर टीचर एजुकेशन एग्जाम के लिए अगले सप्ताह से ऑनलाइन विंडो खोलेगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद नई शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश के तहत सरकार द्वारा यह कोर्स लागू किया गया है, यह कराएं4 वर्षीय बीएड प्रोग्राम है।
BED Course Change
BED Course Change 2023
सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के आदेश के बाद अब सरकारी स्कूलों में प्राइमरी टीचर बनने के लिए बीएड कोर्स मान्य नहीं होगा यानि कि जो भी उम्मीदवार प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं उनके लिए अब बीएड कोर्स मान्य नहीं है अब उन्हें इसकी जगह पर आईटीईपी कोर्स करना होगा और इसे नेशनल काउंसलिंग फॉर टीचर एजुकेशन के द्वारा तैयार किया गया है उम्मीदवारों को यह कोर्स 4 साल का करना होगा तथा उसके बाद अब साल 2030 के बाद इस नए आईटीईपी कोर्स के जरिए ही शिक्षक भर्तियों को पूरा किया जाएगा तथा यह कोर्स अब टीचर बनने की योग्यता में शामिल होगा।
पहले बीएड कर चुके वह अभ्यर्थी चिंता न करें:-
जिन उम्मीदवारों ने बीएड कोर्स कर रखा हैं उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीएड कोर्स आगे भी जारी रहेगा मगर यह कोर्स केवल एकेडमी होगा और इसके बाद में आप पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी कर सकेंगे, लेकिन अगले सेशन से ज्यादातर b.ed कॉलेजों में आईटीईपी कोर्स का ऑप्शन शुरू हो जाएगा और इसमें धीरे-धीरे उच्च शिक्षा से लेकर प्राथमिक शिक्षा तक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को लागू किया जा रहा है और यही नहीं अध्यापक के क्षेत्र में नए बदलाव भी होने जा रहे हैं इसी क्रम में साल 2030 से 4 वर्षीय बीएड या 4 वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम यानी आईटीईपी डिग्री को अनिवार्य करने की तैयारी की गई है।
जिन विद्यार्थियों ने b.ed कर लिया है या डीएलएड कोर्स कर लिया है वह लोग परेशान हो गए हैं कि हमारा बीएड कोर्स बर्बाद हो जाएगा और हम भविष्य में क्या करेंगे। उन्हे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार ने अभी आईटीईपी कोर्स को सिर्फ विकल्प के तौर पर जारी किया है और वर्ष 2030 या इसके बाद भी बीएड कोर्स मान्य होगा शिक्षक बनने के लिए।
आईटीईपी कोर्स किस प्रकार से होता है:-
आईटीईपी कोर्स करने के लिए उम्मीदवारों के लिए यह कोर्स अगले सेशन से सभी के बीएड कॉलेज में शुरू किया जाएगा वहीं कुछ कॉलेजों में इस साल यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू कर दिया गया है तथा सरकार द्वारा इस साल यह ट्रायल के तौर पर शुरू किया गया है। आईटीपी कोर्स के लिए कॉलेज में उम्मीदवारों का प्रवेश कॉमन एडमिशन टेस्ट के आधार पर किया जाएगा इसके लिए उम्मीदवारों को पहले आवेदन करना होगा और आवेदन के पश्चात उम्मीदवारों की एग्जाम ली जाएगी।
आईटीईपी कोर्स के बारे में सामान्य जानकारी:-
आईटीईपी कोर्स नई शिक्षा नीति 2020 की पाठ्यक्रम के लिए शुरू किया गया है तथा इस कोर्स को वर्ष 2023 के बाद शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य किया जाएगा।अभी वर्तमान में आईटीईपी कोर्स की पढ़ाई देश भर के कुल 41 विश्वविद्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू कर दी गई है इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा कराया जाएगा और इस आईटीईपी कोर्स के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की योग्यता 12वीं पास रखी जाएगी
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